प्रयागराज में जामिया हबीबिया मदरसा, जो नकली नोट छापने के आरोप में चर्चा में आया था, को बुधवार को प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा सील कर दिया गया। इस कार्रवाई के तहत 600 छात्रों को उनके घर भेज दिया गया और अब फंडिंग की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार, मदरसे को खाड़ी देशों से फंडिंग प्राप्त हो रही थी।
पुलिस की छापेमारी के दौरान, मदरसे से भड़काऊ साहित्य बरामद हुआ है। इसमें आरएसएस पर आपत्तिजनक किताबें, तस्वीरें और अन्य सामग्री शामिल है। पुलिस को मदरसे के प्रिंसिपल मौलवी तफसीरुल आरीफीन के कमरे से “आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन” शीर्षक वाली किताबें मिली हैं, जिनके लेखक एसएम मुशर्रफ हैं। किताब उर्दू भाषा में लिखी गई है और इसके हिंदी और मराठी अनुवाद भी मौजूद हैं।
मौलवी के कमरे से कई स्पीड पोस्ट की पर्चियां भी मिली हैं, जिनके आधार पर पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किताबों की डिलीवरी कहां-कहां की गई। इस मामले में, पुलिस ओडिशा भेजे गए कोरियर की भी जांच कर रही है। 28 अगस्त को की गई छापेमारी में पुलिस ने मदरसे में प्रिंटिंग मशीन से नकली नोट छापते हुए तीन व्यक्तियों को पकड़ा था, जिनके पास से 1.30 लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए थे। इस मामले में मदरसे के प्रिंसिपल को भी गिरफ्तार किया गया था।